Bible
बाइबल हमें केवल प्रेरित ही नहीं करती, बल्कि हमें जीवन और परमेश्वर के बारे में बताती है। हमारे सभी प्रश्नों के उत्तर ना सही, पर बाइबल पर्याप्त प्रश्नों के उत्तर देती है। यह हमें बताती है कि किस प्रकार एक उद्देश्य और अनुकंपा के साथ जिया जा सकता है बाइबल
कैसे दूसरों के साथ संबंध बनाए रखे जा सकते हैं। यह हमें परमेश्वर की शक्ति, मार्गदर्शन और हमारे प्रति उसके प्रेम का आनन्द लेने के लिए हमें प्रोत्साहित करती है। बाइबल हमें यह भी बताती है कि किस प्रकार हम अनन्त जीवन प्राप्त कर सकते हैं।भविष्यद्वक्ताओं के कुछ पूर्वकथन शामिल हैं, और वास्तव में, ये पूर्वकथन किसी भी मायने में इतिहास नहीं हैं। बाइबल में अनेक भाग शामिल हैं—इस में केवल भविष्यवाणी ही नहीं है वैसे तो बाइबल उस अल्लाह की जानकारी की किताब है उस अल्लाह के द्वारा बनाए गए नियमों की किताब है यह एक सद ग्रन्थ है ईसाई धर्म में सबसे सर्वोपरि किताब है जो बाइबिल में लिखा है ईसाईयों के लिए वह सो पर्सेंट मान्य है बाइबिल में लिखा है कि उसे परमात्मा ने 6 दिन में सृष्टि रचाई है और सातवें दिन विश्राम किया है उसका नाम कबीर है ईसा मसीह को जिंदा रूप में कबीर परमेश्वर ही मिले थे और हिंदुओं के चारों वेदों में उसे कबीर का वर्णन है हिंदू धर्म गुरु उस कबीर को न समझ करके क्योंकि उस कबीर तक किसी की बुद्धि जाती ही नहीं है वह कबीर परमात्मा अच्छी आत्माओं को ही मिलते थे क्योंकि कबीर सागर में वर्णन मिलता है कि काल में कबीर परमात्मा से वचन मांगा था कि कलयुग के 5505 वर्ष जब तक न बीत जाए जब तक कबीर नामक परमेश्वर का भेद किसी को नहीं लगना चाहिए बाइबिल में वर्णन है कि आदम और हव्वा नामक दो पति पत्नी इंसान थे वे पहले एक वन में नंगे रहते थे उन्होंने अल्लाह को देखा था लेकिन वह अल्लाह उनकी बुद्धि पर कंट्रोल करके उनको सद्बुद्धि नहीं दे रहा था क्योंकि यह काल किसी को सद्बुद्धि नहीं देता है एक सर्प के बताने पर आदम और हव्वा ने एक बाग का फल खा लिया जिससे उन दोनों को सद्बुद्धि आ गई थी फिर उनको शर्म आने लगी फिर वह एक मन में जाकर छुप गए फिर उनका अल्लाह जिसे हम शैतान भी कह सकते हैं क्योंकि वह शैतान ही था और अल्लाह तो कबीर परमेश्वर है उसने उनके लिए कपड़े बनवाएं इसका मतलब यह है कि जो शैतान जिसको ईसाई धर्म अपना अल्ला मानते हैं वह साकार ही है मगर उस तक किसी की बुद्धि नहीं पहुंच सकती वह निराकार नहीं है क्योंकि वह शैतान मृत्यु के बाद प्रत्येक प्राणी को मारकर खाता है उसे शैतान में तो कबीर नामक अल्लाह की जानकारी बाइबिल में दी है कि वह कबीर अल्लाह बड़ा सक्षम है जिसने दरियाओ को आपस में मिला या एक में खारा और एक में मीठा जल था दोनों के बीच में एक मजबूत रोक लगाई उसका नाम कबीर है वह कबीर अल्लाह तो सबका पिता है वेदों में प्रमाण है कि वह कबीर नाम के भगवान पाप कानाशक है पापों का नाश करके अमृत देने वाला है हिंदू धर्म के ग्रंथ गीता में वर्णन मिलता है चौथे अध्याय के 32 वें श्लोक में की धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी उस सच्चिदानंद घन ब्रह्म की वाणी में विस्तार से लिखी गई है इसका मतलब यह है कि जो वेदों ने बताया है बाइबिल ने बताया है कुरान ने बताया है कि वह कबीर अल्लाह है जो सबका पिता है तो उसकी वाणी में धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी विस्तार से लिखी गई है तो उसकी वाणी है कबीर वाणी कबीर साहिब ने अपनी जानकारी कबीर वाणी में खुद ही दी है कि मैं सतलोक में रहता हूं ऊपर के लोकों में रहता हूं मुझे मेरी कृपा के बिना कोई नहीं जान सकता जिस पर मैं कृपा करता हूं वह मेरी कृपा से मुझको जान सकता है मैंने ईशा जी पर कृपा की थी ईशा जी ने मुझे जाना था मैंने पैगंबर मोहम्मद नबी पर कृपा की थी उसने मुझे पहचाना था और हिंदू धर्म में गुरु नानक देव धर्मदास जी संत तू का जी संत दादू जी संत गरीबदास जी और इब्राहिम सुल्तान इन पर मैंने कृपा की थी उन्होंने मुझे जाना था और इनकी वाणी में स्पष्ट लिखा हुआ है कि वह कबीर है उसकी खोज करो बाइबिल में कई जगह कबीर नाम के शब्द का प्रयोग किया गया है लेकिन ईसाइयों के धर्मगुरुओं ने उस कबीर को नहीं देखा इसलिए उनकी बुद्धि उन तक नहीं पहुंच पाई और उन्होंने कबीर का अर्थ कुछ अन्य ही कर दिया है जबकि कबीर साहिब ने अपनी वाणी में कहा है कि भाई मैं अवगत से चले आया कोई मेरा भेद मरम नहीं पाया जी हां 600 वर्ष पहले जो काशी में कबीर नामक कवि थे वह स्वयं परमात्मा ही थे क्योंकि परमात्मा तो किसी भी नाम से इस पृथ्वी पर अवतार ले सकते हैं उन्होंने वास्तविक नाम से ही पृथ्वी पर अवतार ले लिया उससे पहले के अनेकों अवतार कबीर परमात्मा ने अलग-अलग नाम से हो चुके थे
कैसे दूसरों के साथ संबंध बनाए रखे जा सकते हैं। यह हमें परमेश्वर की शक्ति, मार्गदर्शन और हमारे प्रति उसके प्रेम का आनन्द लेने के लिए हमें प्रोत्साहित करती है। बाइबल हमें यह भी बताती है कि किस प्रकार हम अनन्त जीवन प्राप्त कर सकते हैं।भविष्यद्वक्ताओं के कुछ पूर्वकथन शामिल हैं, और वास्तव में, ये पूर्वकथन किसी भी मायने में इतिहास नहीं हैं। बाइबल में अनेक भाग शामिल हैं—इस में केवल भविष्यवाणी ही नहीं है वैसे तो बाइबल उस अल्लाह की जानकारी की किताब है उस अल्लाह के द्वारा बनाए गए नियमों की किताब है यह एक सद ग्रन्थ है ईसाई धर्म में सबसे सर्वोपरि किताब है जो बाइबिल में लिखा है ईसाईयों के लिए वह सो पर्सेंट मान्य है बाइबिल में लिखा है कि उसे परमात्मा ने 6 दिन में सृष्टि रचाई है और सातवें दिन विश्राम किया है उसका नाम कबीर है ईसा मसीह को जिंदा रूप में कबीर परमेश्वर ही मिले थे और हिंदुओं के चारों वेदों में उसे कबीर का वर्णन है हिंदू धर्म गुरु उस कबीर को न समझ करके क्योंकि उस कबीर तक किसी की बुद्धि जाती ही नहीं है वह कबीर परमात्मा अच्छी आत्माओं को ही मिलते थे क्योंकि कबीर सागर में वर्णन मिलता है कि काल में कबीर परमात्मा से वचन मांगा था कि कलयुग के 5505 वर्ष जब तक न बीत जाए जब तक कबीर नामक परमेश्वर का भेद किसी को नहीं लगना चाहिए बाइबिल में वर्णन है कि आदम और हव्वा नामक दो पति पत्नी इंसान थे वे पहले एक वन में नंगे रहते थे उन्होंने अल्लाह को देखा था लेकिन वह अल्लाह उनकी बुद्धि पर कंट्रोल करके उनको सद्बुद्धि नहीं दे रहा था क्योंकि यह काल किसी को सद्बुद्धि नहीं देता है एक सर्प के बताने पर आदम और हव्वा ने एक बाग का फल खा लिया जिससे उन दोनों को सद्बुद्धि आ गई थी फिर उनको शर्म आने लगी फिर वह एक मन में जाकर छुप गए फिर उनका अल्लाह जिसे हम शैतान भी कह सकते हैं क्योंकि वह शैतान ही था और अल्लाह तो कबीर परमेश्वर है उसने उनके लिए कपड़े बनवाएं इसका मतलब यह है कि जो शैतान जिसको ईसाई धर्म अपना अल्ला मानते हैं वह साकार ही है मगर उस तक किसी की बुद्धि नहीं पहुंच सकती वह निराकार नहीं है क्योंकि वह शैतान मृत्यु के बाद प्रत्येक प्राणी को मारकर खाता है उसे शैतान में तो कबीर नामक अल्लाह की जानकारी बाइबिल में दी है कि वह कबीर अल्लाह बड़ा सक्षम है जिसने दरियाओ को आपस में मिला या एक में खारा और एक में मीठा जल था दोनों के बीच में एक मजबूत रोक लगाई उसका नाम कबीर है वह कबीर अल्लाह तो सबका पिता है वेदों में प्रमाण है कि वह कबीर नाम के भगवान पाप कानाशक है पापों का नाश करके अमृत देने वाला है हिंदू धर्म के ग्रंथ गीता में वर्णन मिलता है चौथे अध्याय के 32 वें श्लोक में की धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी उस सच्चिदानंद घन ब्रह्म की वाणी में विस्तार से लिखी गई है इसका मतलब यह है कि जो वेदों ने बताया है बाइबिल ने बताया है कुरान ने बताया है कि वह कबीर अल्लाह है जो सबका पिता है तो उसकी वाणी में धार्मिक अनुष्ठानों की जानकारी विस्तार से लिखी गई है तो उसकी वाणी है कबीर वाणी कबीर साहिब ने अपनी जानकारी कबीर वाणी में खुद ही दी है कि मैं सतलोक में रहता हूं ऊपर के लोकों में रहता हूं मुझे मेरी कृपा के बिना कोई नहीं जान सकता जिस पर मैं कृपा करता हूं वह मेरी कृपा से मुझको जान सकता है मैंने ईशा जी पर कृपा की थी ईशा जी ने मुझे जाना था मैंने पैगंबर मोहम्मद नबी पर कृपा की थी उसने मुझे पहचाना था और हिंदू धर्म में गुरु नानक देव धर्मदास जी संत तू का जी संत दादू जी संत गरीबदास जी और इब्राहिम सुल्तान इन पर मैंने कृपा की थी उन्होंने मुझे जाना था और इनकी वाणी में स्पष्ट लिखा हुआ है कि वह कबीर है उसकी खोज करो बाइबिल में कई जगह कबीर नाम के शब्द का प्रयोग किया गया है लेकिन ईसाइयों के धर्मगुरुओं ने उस कबीर को नहीं देखा इसलिए उनकी बुद्धि उन तक नहीं पहुंच पाई और उन्होंने कबीर का अर्थ कुछ अन्य ही कर दिया है जबकि कबीर साहिब ने अपनी वाणी में कहा है कि भाई मैं अवगत से चले आया कोई मेरा भेद मरम नहीं पाया जी हां 600 वर्ष पहले जो काशी में कबीर नामक कवि थे वह स्वयं परमात्मा ही थे क्योंकि परमात्मा तो किसी भी नाम से इस पृथ्वी पर अवतार ले सकते हैं उन्होंने वास्तविक नाम से ही पृथ्वी पर अवतार ले लिया उससे पहले के अनेकों अवतार कबीर परमात्मा ने अलग-अलग नाम से हो चुके थे
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